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कन्या राशि - Virgo Horoscope 2021

कन्या राशि - Virgo Horoscope 2021

Virgo  (Aug 23-Sep 22)

Virgo Horoscope 2021: कन्या राशि वालों के लिए यह वर्ष कार्यक्षेत्र में आर्थिक दृष्टि से सामान्य रहने वाला है। जहाँ साल की शुरुआत आपके लिए अच्छी रहेगी वहीं मध्य में आपको सावधान रहने की ज़रूरत होगी। इस वर्ष करियर में आपको अच्छी सफलताएं मिल सकती हैं। नई-नई योजनाएं आपके जहन में आ सकती हैं। यदि आप व्यापार करते हैं तो आपके लिए ये समय अच्छा रहने वाला है। लेकिन किसी सहयोगी के साथ व्यापार कर रहे जातकों को हानि होने की आशंका अधिक है। आपके आर्थिक जीवन की बात करें तो आपके लिए साल की शुरुआत और साल का अंत सबसे बेहतर रहने वाले हैं। इसके अलावा मध्य में आपको धन से जुड़ी कई परेशानियां हो सकती हैं। अविवाहित जातकों को रिलेशनशिप में अपने पार्टनर से काफी अच्छा सहयोग व अच्छा समर्थन मिलेगा। विवाह के योग भी बन सकते हैं। आपकी राशि से पंचम स्थान में शनि के आने पर मान-सम्मान बढ़ेगा, उच्च शिक्षा प्राप्ति के योग बनेगे, कानून की पढ़ाई करना चाहते हैं तो सफलता मिलेगी, शोध कार्यों की ओर भी आप अग्रसर हो सकते हैं। आइए ज्योतिष शास्त्र से जानते हैं कि कन्या राशि वालों के लिए आने वाला वर्ष कैरियर, आर्थिक स्थिति, परिवार, प्रेम-रोमांस, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिहाज से कैसा होगा।


कैरियर:

इस वर्ष करियर के लिहाज़ से कन्या राशि के जातकों को मिश्रित परिणाम हासिल होंगे। पंचम भाव में शनि और बृहस्पति की स्थिति आपके व्यापार और व्यवसाय में कुछ उथल पुथल या परेशानियां ला सकती है, लेकिन समय के साथ धीरे-धीरे चीजों में सुधार होगा और वापस सब कुछ पटरी पर आ जाएगा। यह वर्ष उन जातकों के लिए अनुकूल साबित होगा जो आयात-निर्यात के कारोबार से संबंध रखते हैं। इसके अलावा सूर्य और बुध की युति चतुर्थ भाव में होने से पेशे में उन्नति हासिल होगी। जो जातक विदेश जाना चाहते हैं उन्हें जनवरी से लेकर जुलाई तक के महीने में इस संदर्भ में शुभ परिणाम हासिल होने की प्रबल संभावना है। मई के मध्य में मंगल के गोचर के प्रभाव से चीजें आपके अनुसार हो सकती है। जातकों के लिए बेहद ही भाग्यशाली साबित होंगे। इस दौरान आपको पदोन्नति या नौकरी में स्थानांतरण भी मिल सकता है। आप खुद के अंदर ऊर्जा का एक ऐसा नया प्रभाव महसूस कर सकते हैं जो आपके कौशल को बढ़ाने और आपको नई चीजों को सीखने में आपकी रूचि बढ़ाने में मददगार साबित होगा।


आर्थिक स्थिति:

यह साल कन्या राशि के जातकों के लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। वित्त का स्वामी शुक्र केतु के साथ तीसरे घर में युति में है जो इस बात की तरफ इशारा करता है कि इस दौरान आर्थिक पक्ष के लिहाज से आप की स्थिति में सुधार होगा। शुक्र और केतु की मौजूदगी आपके जीवन में आय के कई नए स्रोत लेकर आएगी। जनवरी और फरवरी के महीने के दौरान आठवें घर में मंगल की स्थिति के चलते आपको अपने जीवन में गुप्त स्रोतों से धन कमाने के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। इसके अलावा वृषभ राशि में नौवें भाव में राहु की स्थिति होने से आपको अचानक धन लाभ होगा जिससे कुल मिलाकर आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी। व्यवसाय विस्तार के लिए विदेश जाने के अवसर आपके लिए बेहतर परिणाम लेकर आएँगे। इस वर्ष सूर्य के चतुर्थ भाव में होने के चलते आप के ख़र्चों में वृद्धि होगी। नतीजा यह होगा कि इस वर्ष आप कोई नया वाहन, कोई घर या अपने सुख सुविधा की कोई भी चीज पर पैसा खर्च कर सकते हैं।


परिवार:

यह वर्ष कन्या राशि के जातकों के लिए अनुकूल साबित होगा। आपके विवाहित जीवन के स्वामी बृहस्पति पांचवें घर में स्थित हैं इसलिए इस वर्ष आप अपने जीवन साथी के साथ खट्टे-मीठे पलों को जिएंगे और उन का आनंद उठाएंगे। यह वर्ष उन लोगों के लिए भी बेहद शुभ साबित होगा जो शादी करना चाहते हैं और अपने प्रेम जीवन को शादी के बंधन में तब्दील करने का विचार कर रहे हैं। साल के मध्य में भी आपके वैवाहिक जीवन के लिहाज से आपको अच्छे नतीजे प्राप्त होंगे। आपके पारिवारिक जीवन में कुछ कठिनाइयाँ आने की आशंका है। तीसरे भाव में केतु की स्थिति आपके परिवार में टकराव की वजह बनेगी पैतृक संपत्ति को लेकर वाद-विवाद या लड़ाई हो सकती है। कार्यस्थल पर अपने व्यस्त शेड्यूल के चलते आप अपने परिवार के लोगों और दोस्तों के साथ ज्यादा समय नहीं बिता पाएंगे। हालांकि ऐसे समय में भी आपको अपने माता-पिता और जीवनसाथी का सहयोग प्राप्त होगा जो आपकी जीवन में आपकी सफलता के लिए फ़ायदेमंद साबित होगा।


प्रेम-रोमांस:

जहां तक बात आपके प्रेम जीवन की है तो इस दौरान आप कुछ असमंजस की स्थिति में रहने वाले हैं। इस वर्ष आपको अपने और अपने साथी के बीच मतभेद नजर आएँगे। अगर आप अपने झगड़ों गलतफहमियों और लड़ाइयों को संभालते नहीं है तो स्थिति बद से बदतर हो जाएगी। आपके रिश्ते में होने वाली किसी भी समस्या का मुख्य कारण आप दोनों के बीच में चल रही ग़लतफहमी और आप दोनों का गुस्सा है, इसीलिए आपको सलाह दी जाती है कि इस दौरान शांति से रहे और अपने रिश्ते को वापस सही करने के लिए अपने पार्टनर से अच्छे ढंग से बातचीत करें। अपने किसी क़रीबी से सावधान रहें। अन्यथा वह आपके और आपके पार्टनर के बीच के रिश्ते को खराब करने के मकसद से आप दोनों के बीच समस्याएं पैदा कर सकता है। ऐसे में किसी भी स्थिति को समझदारी से संभाले और धैर्य से काम लें। बृहस्पति के पांचवें घर में गोचर के बाद सितंबर के महीने से आपको अपने जीवन में सकारात्मक परिणाम दिखने लगेंगे।


शिक्षा:

यह वर्ष कन्या राशि के जातकों के लिए अनुकूल परिणाम लेकर आएगा। शिक्षा के स्वामी शनि बृहस्पति के साथ युति में अपनी ही राशि में मौजूद है। यह बात इस तरफ इशारा करती है कि यह वर्ष निश्चित रूप से उन छात्रों के लिए फ़ायदेमंद साबित होगा जो उच्च शिक्षा हासिल करने के बारे में विचार कर रहे हैं। इस वर्ष शिक्षा के क्षेत्र में उन्हें काफी सुनहरे और शानदार अवसर मिलने की उम्मीद है, लेकिन यह सब आपको केवल कठिन परिश्रम और मेहनत से ही मिलेगा। इसके अलावा इस राशि के जातक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियाँ कर रहे हैं उन्हें भी इस वर्ष सफलता मिलने की संभावना है। इसके अलावा पूरे वर्ष में पांचवें घर में शनि की स्थिति होने के कारण अगर छात्र जातक पढ़ाई में कड़ी मेहनत नहीं करते हैं तो आपके जीवन में देरी और कठिनाइयाँ आ सकती है।


स्वास्थ्य:

यह वर्ष आपके लिए अच्छे स्वास्थ्य की सौगात लेकर आएगा। चौथे भाव में सूर्य की बुध के साथ युति होने से वर्ष की शुरुआत में आपको अपने स्वास्थ्य के संबंध में शुभ परिणाम हासिल होंगे। इसके अलावा तीसरे घर में केतु की मौजूदगी आपको उचित ऊर्जा प्रदान करेगी और साथ ही अपने स्वास्थ्य को उत्तम बनाए रखने के लिए आपको साहस भी देगी। छठे भाव में बृहस्पति की स्थिति के चलते अप्रैल से सितंबर के बीच में आपको यूरिनरी ट्रैक्ट से संबंधित कोई परेशानी समस्या दे सकती है। त्वचा से संबंधित कोई भी परेशानियों को नज़रअंदाज़ नहीं करने की सलाह दी जाती है। बृहस्पति के छठे भाव में गोचर के फलस्वरूप आपको पेट दर्द, अपच और एसिडिटी की समस्या परेशान कर सकती है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि जंक फूड जितना हो सके इस दौरान खाने से बचें।


ज्योतिष उपाय:

काली वस्तुओं का दान करें। अपने बड़े-बुजुर्गों, गुरुओं का आशीर्वाद लें। दुर्गा चालीसा का पाठ करें। माता के मंदिर में जाकर माता रानी को लाल फूल और लाल फल अर्पित करें।


डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '